Saturday, February 04, 2012

अब रेल आरक्षण हुआ और आसान

आईआरसीटीसी द्वारा भेजे गए एसएमएस को समझा जाएगा 
इलैक्‍ट्रोनिक आरक्षण पर्ची के समान 
रेल टिकट आरक्षण प्रणाली को यात्रियों के लिए और अनुकूल बनाने के वास्‍ते रेल मंत्रालय ने शार्ट मेसेजिंग सेवा (एसएमएस) को अनुमति देने का निर्णय लिया है। यह एसएमएस रेल मंत्रालय के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम इंडियन रेलवे कैटरिंग तथा टूरिज़म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) द्वारा भेजा जाएगा जो कि इलैक्‍ट्रोनिक आरक्षण पर्ची के समान होगा। यह सेवा 1 फरवरी, 2012 से प्रभावी हो गई है। 
अधिकृत एसएमएस की मुख्‍य विशेषताएं इस प्रकार है: 
क) एसएमएस, आईआरसीटीसी/रेलवे द्वारा भेजा जाएगा। ख) एसएमएस में पीएनआर, ट्रेन नंबर, यात्रा की तिथि, श्रेणी, नाम और यात्रियों की संख्‍या, कोच तथा सीट नंबर तथा किराए के भुगतान संबंधी महत्‍वपूर्ण जानकारी होगी। ग) यदि मुमकिन हो तो ,एसएमएस में ई-टिकट के जरिए आरक्षित सभी यात्रियों के नाम होंगे अन्‍यथा अधिकतम यात्रियों के नाम होंगे।

इससे पहले वैध पहचान-पत्र (मेल) के साथ लेपटॉप/पॉमटॉप/मोबाईफोन के जरिए दिखाई गई ई-टिकट को वर्च्‍युल मेसेज (वीआरएम) तथा मोबाइल फोन पर आरक्षित टिकटों को मोबाईल रिजर्वेशन मेसेज (एमआरएम) के रूप में इलैक्‍ट्रोनिक आरक्षण पर्ची (ईआरएस) के समान समझने का निर्णय लिया गया था। आईआरटीसी वेबसाईट के जरिए आरक्षित टिकटों के लिए भी ऐसा ही था । अब आईआरसीटीसी द्वारा भेजे गए एसएमएस को भी स्‍वीकार किया जाएगा।

ऊपर दी गई सभी जानकारी सहित अधिकृत एसएमएस को जब लैपटॉप/पॉमटॉप मोबाईफोन तथा पहचान पत्र (मूल) के साथ दिखाया जाएगा तो उसे इलैक्‍ट्रोनिक आरक्षण पर्ची के समान समझा जाएगा। {पी.आई.बी
03-फरवरी-2012 20:13 IST

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