Friday, November 25, 2011

देश भर के किसान पांच जनवरी को कर देगे रेल की सेवा ठप

12 राज्यों से आये किसानों ने किया आर्थिक नाकाबंदी का ऐलान
अमृतसर//25 नवम्बर//गजिंदर सिंह किंग
भारतीय किसान यूनियान द्वारा आज अमृतसर की पवित्र धरती पर देश भर के किसानो ने आपनी मांगो को लेकर एक विशाल रैली की गई, जिस में किसानो ने ऐलान किया, कि केंद्र सरकार ने किसानो की मांगे तुरंत नही मानी, तो देश के किसान द्वारा सामाजिक और आर्थिक नाका-बंदी की जाएगी, यह बात भारतीय किसान यूनियान के प्रधान और राष्ट्रीय को- ओंडिरेटर सरदार अजमेर सिंह लखोवाल ने हजारो की गिनती में रैली में शामिल हुए किसानो को संबोधित करते हुए नारों की गूंज में ऐलान किया, कि देश भर के किसान पांच जनवरी को सारे देश में रेल की सेवा ठप कर देगे
      आज अमृतसर में भगता वाली मंडी में हरे रंग की पगडीया और टोपी पहने कर भारतीय किसान यूनियान द्वारा भारतीय किसान यूनियान के प्रधान और राष्ट्रीय को- ओंडिरेटर सरदार अजमेर सिंह लखोवाल की  आगुवाई में देश भर के किसानो की मांगो को लेकर एक विशाल रैली का आयोजन किया गया, जिस में बारह राज्यों  के प्रधान अपने किसानो समेत विशाल रैली में शामिल हुए, उनकी मांग है, कि किसानो की फसलो का दाम प्रोफ़ेसर स्वामी नाथन की रिपोर्ट मुताबिक़ दिए जाए, किसानो और गाँव के मजदूरो को रखवे-करन के घेरे में लिया जाए, विधिया आधारे और नौकरी में अलग कोटा फिक्स किया जाए, किसान और मजदूरो को साठ साल बाद पेंशन लागू की जाए, खाद और बीज में किसानो को सबसिडी दी जाए और खादों को सरकारी कंट्रोल नीचे लेकर आना चाहिए, विधवा किसान औरतो को पांच हजार रूपए पेंशन लागू करना, सीमा पार खेती करने वालो किसानो को पांच हजार रूपए एकड़ सहायता दी जाए, जानवर द्वारा किसानो की फसलो के नुक्सान को रोकने के प्रबंध होने चाहिए, खराब मौसम में किसान की फसलो का नुक्सान का पूरा मुआवजा दिया जाए, देश की अलग-अलग हालातो मुताबिक़ राज्यों को आधिक अधिकार दिए जाए और पंजाब के दरियायी पानी संबंधी राईपेरीआन एक्ट अनुसार मामला हल होना चाहिए, इस दौरान भारतीय किसान यूनियान के प्रधान और राष्ट्रीय को- ओंडिरेटर सरदार अजमेर सिंह लखोवाल और भारतीय किसान यूनियान के राष्ट्रीय प्रमुख राकेश टिकेत में किसानो की मांगो बारे जानकारी देते हुए बताया, कि केंद्र सरकार किसानो की मांगो और देश की अलग-अलग हालातो मुताबिक़ राज्यों को आधिक अधिकार देने के बारे देश के प्रधान मत्री के साथ कई बार बात हो चुकी है, लेकिन शून्य नतीजा होने के कारण आज आपने सघर्ष को ऐलान करना पड़ रहा है, कि अगर किसानो की मांगे नही मानी गई तो पांच तारीख को पुरे देश के अन्दर रेल रोको आन्दोलन किया जाए गा

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