Sunday, August 07, 2011

अब देश के हर बीजेपी नेता के घर के सामने भूख-हड़ताल


 इन्साफ के लिए शुरूयात नवजोत सिद्धू के घर से - जसवंत सिंह
          अमृतसर से गजिंदर सिंह किंग 
आंतकवाद और बादल सरकार द्वारा आंतकवादियों को श्रद्धांजली देने के फरमान के सामने सिर न झुकाने का खामियाजा आज भी भुगत रहा है, अमृतसर का जसवंत सिंह, हर अफसर से लेकर हर बड़े नेता तक अपनी आवाज बुलंद कर चूका जसवंत सिंह अब मायूस हो चूका है, क्योकि उसकी कहीं भी कोई सुनवाई नही हुई, अब अमृतसर का यह दूसरा छोटा अन्ना हजारे अब अमृतसर से लेकर दिल्ली तक ही नहीं, बल्कि सारे देश के बी.जे.पी. के हर मंत्री और सांसदों के घर के बाहर एक दिन की भूख-हड़ताल पर बैठेगा, इसका ऐलान आज इस छोटे अन्ना हजारे जसवंत सिंह ने अमृतसर में एक पत्रकार सम्मेलन में किया  
           अमृतसर का रहने वाला जसवंत सिंह दरअसल पंजाब पुलिस में 1988 से काम कर रहा था और  4-7-2007 को पुलिस से रीजाइन कर दिया था, क्योंकि प्रकाश सिंह बादल जिन्होंने जगजीत सिंह चौहान जो अपने आप को खालिस्तान का राष्ट्रपति कहता था और पंजाब में 15 साल तक खून की होली खेलता रहा, उसे श्रद्धांजली देकर उसे शहीद घोषित करना चाहा और इसी के चलते उन्होंने अपनी नौकरी से रीजाइन कर दिया, और उस वक्त के एस.एस.पी. कुंवर विजय प्रताप सिंह द्वारा नाजायज तौर पर हिरासत में लेकर उस पर जबरन टौरचर किया गया और उस पर झूठा मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया, उधर सराय अमानत खां में रंजिशन सब-इंस्पेक्टर दिलबाग सिंह ने जसवंत सिंह के खिलाफ एक झूठा मामला दायर कर दिया, जिसमे उन्होंने खुद ही हथियार गायब किये थे और उन्हें गिरफ्तार कर जेल भी भेजा गया, उस मामले की इन्क्वायरी ह्यूमन राइट्स ने की और दिलबाग सिंह द्वारा उस पर दायर किया गया, वह केस झूठा साबित हुआ, उसके बाद इन्साफ के लिए उन्होंने अमृतसर से बी,जे,पी सांसद नवजोत सिंह सिद्धू और कई बी,जे,पी के आला नेताओ से इन्साफ की गुहार भी लगायी, लेकिन उसे अभी तक इन्साफ नहीं मिला, उन्होंने कहा, कि सिद्धू ने उनसे 30 दिन का समय माँगा था, लेकिन अब 6 महीने बीत जाने के बाद भी उनकी सुनवाई नहीं हुई और अब उनका परिवार की भूखे मरने की नौबत में आ गया है, उन्होंने कहा, कि अगर अब भी उन्हें इन्साफ नहीं मिला तो वह अमृतसर के बी,जे,पी सांसद नवजोत सिंह सिद्धू के घर से अपनी भूख-हड़ताल की शुरुआत करेंगे और यह भूख-हड़ताल उस दिन से शुरू होगी, जब वह घर पर होंगे और उसके बाद सारे देश के बी,जे,पी नेताओ के घर के बाहर एक दिन की भूख-हड़ताल करेंगे और अगर फिर भी उन्हें इन्साफ नहीं मिला, तो वह दिल्ली में ससद के सामने लगातार भूख-हड़ताल पर बैठ जायेंगे, उन्होंने कहा, कि बी,जे,पी आंतकवाद के खिलाफ लड़ने वाली देश की अकेली पार्टी है और पंजाब में बी,जे,पी अकाली दल की सहयोगी पार्टी है और आंतकी भुल्लर की रिहाई की मांग करने वाली अकाली पार्टी के खिलाफ बी,जे,पी नहीं बोल रही, उन्होंने कहा, कि वह अपने इन्साफ के लिए अब देश के हर बी,जे,पी नेता के घर के सामने भूख-हड़ताल करेंगे और अगर फिर भी उन्हें इन्साफ नहीं मिला, तो वह इसके बाद दिल्ली की संसद के बाहर लगातार भूख-हड़ताल पर बैठेंगे, जब तक उन्हें इन्साफ नहीं मिलता

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