Friday, August 12, 2011

अमृतसर की पंगूड़ा योजना कामयाबी की ओर


 रेडक्रास भवन पंगूड़े में आई कुल 38 नन्ही परी  
अमृतसर से गजिंदर सिंह किंग  
जिला प्रशासन की ओर से  जिला रेडक्रास भवन  में 2008 को भ्रूण हत्या रोकने के लिए पंगुडा स्कीम शुरू की गयी थी, ताकि जो लोग भ्रूण हत्या करवाने पर तुले हुए हैं, वह बेटी के पैदा होने पर उस से छुटकारा पाने के लिए ऐसी बच्चियो को सड़कों के किनारे या झाड़ियों में  फेक  दिया करते थे, इसलिए जिला प्रशासन ने भ्रूण हत्या रोकने और ऐसे नवजात बच्चों को बचने के लिए इस पंगूड़ा स्कीम की शुरूआत की, जो लोग यहां पर बच्चे को छोड़ कर चले जाते हैं, जिला प्रशासन द्वारा उनके विरुद्ध कोई कारवाई नहीं करता, उनका मानना है, कि उस माँ की या परिवार की कोई बड़ी मजबूरी होगी, जिसने ऐसा कदम उठाया है, इस स्कीम के तहत पंगूड़े में  आज फिर एक नन्ही परी (लड़की) आई     
जिला अमृतसर के डी, सी रजत अग्रवाल की पत्नी रितु अग्रवाल की गोद में मुस्करा रही दो दिनों की बच्ची, जिसे कल शाम करीब चार बजे कोई इस पंगुड़े में छोड़ गया था, इस बच्ची के उम्र महज दो दिनों की है और इस नन्हीं परी (लड़की) के आने से अब तक प्रशासन की ओर से रेडक्रास भवन में लगाए गए पंगूड़े में कुल 38 बच्चे आ चुके हैं, इसका डॉक्टरी मुआयना करा कर  पालन  पोषन के लिए इसे स्वामी गंगा नंद भूरी वाले इंटरनैशनल धाम, गांव तलवंडी खुर्द, लुधियाना भेज दिया जायेगा, अगर कोई इन बच्चों को गोद लेना चाहता है, तो वहा जिला प्रशासन की ओर से जरूरतमंद दंपत्तियों को इन बच्चो को पूरी वेरिफिकेशन के बाद सौंपा जाता है, इस पंगुड़े में आई इस नन्ही परी के बारे में जानकारी देते हुए अमृतसर के डी,सी, रजत अग्रवाल की पत्नी रितु अग्रवाल ने बताया, कि जिला प्रशासन द्वारा शुरू 
की गयी इस पंगूड़ा स्कीम में आज यह दो दिन की नवजात बच्ची को कोई छोड़ गया है और इसके आने से आज तक इस पंगूड़े में कुल 38 बच्चे पहुंच चुके हैं और इस स्कीम के तहत आने वाले बच्चों का पहले डॉक्टरी मुआयना करावा कर इन्हें पालन-पोषन के लिए स्वामी गंगा नंद भूरी वाले इंटरनैशनल धाम, गांव तलवंडी खुर्द, लुधियाना भेज दिया जाता है, उन्होंने बताया कि अब तक तीन लड़के और 35 लड़कियां आ चुकी हैं, अब तक करीब 25 बच्चों को विभिन्न परिवारों द्वारा गोद लिया गया है.

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