Tuesday, August 09, 2011

अकाली दल और भाजपा को पंजाब छोड़ने का आह्वान


"भारत छोडो आंदोलन के अवसर पर कांग्रेसियों ने दिया नया नारा 
कोई वक्त था जब भारत वासियों ने अंग्रेजो भारत छोडो का नारा लगाते हुए पूरे देश में स्वतन्त्रता कि अलख जगाई थी पर अब जमाना बदल चुका है. इस नारे का स्वरूप भी और इस नारे का अंदाज़ भी. हां इस्ले जोर शोर से लगाने वालों में कांग्रेस पार्टी के सदस्य और नेता आज भी आगे आगे हैं.आयो आपको दिखाते हैं एक झलक.
भारत छोडो आंदोलन को 69 वर्ष गुज़र चुके हैं. इस अवधि में इस देश ने बहुत कुछ देखा बहुत कुछ झेला. कहीं मायोवादी आतंक, कहीं इस्लामिक आतंक, कहीं बम धमाके तो कहीं दिल हिला देने वाले घोटाले. लेकिन आज जब एड्श भर में भारत छोडो आंदोलन का दिन मनाया जा रहा था तो इस नारे का नया अंदाज़ और नया स्वरूप देखने को मिला लुधियाना में.  आयी आप भी देखिये एक झलक:
इस प्रदर्शन में शामिल कांग्रेसी कार्यकर्तायों का नेतुर्त्व कर रहे हैं कृष्ण कुमार बावा. पार्टी के साथ लम्बे समय से जुड़े हुए बावा आज देश के साथ साथ पंजाब की हालत देख कर अधिक माहत हैं. इस ल;इए उनके नारे से आवाज़ आ रही है आकली और भाज्पायियो पंजाब छोडो. पंजाब को मुक्त कराने की यह आवाज़ सुबह शुरू हुई तो शाम तक लुधियाना की सड़कों पर गूंजती रही. अलग अलग रास्ते....अलग अलग इलाके. नारे लगाने वालों में काफी जोश था. अब देखना यही बाकी है कि पंजाब के लोग आ रहे चुनावों में किसे सत्ता सौंपते हैं किसे विपक्ष में भेजते हैं? फोटो: विशाल गर्ग 

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