Monday, August 15, 2011

एक अन्ना अमृतसर में !


इन्साफ न मिलने पर बी,जे,पी नेताओं के घर के बाहर भूख हड़ताल और  धरना 
अमृतसर से गजिंदर सिंह किंग 
देश की सेवा करना हर किसी की ज़िन्दगी का सपना होता है, लेकिन देश में जहाँ किसी की सेवा को  उस की ज़िन्दगी का सब से बुरा कर्म मान लिया जाये तो क्या होगा, जी हाँ ऐसा ही एक व्यक्ति है जसवंत सिंह जिस ने देश के साथ ईमानदारी की और उस की सजा उस को यह मिली, कि उस को आपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा, आंतकवाद और बादल सरकार द्वारा आंतकवादियों को श्रद्धांजली देने के फरमान के सामने सिर न झुकाने का खामियाजा आज भी भुगत रहा है, अमृतसर का जसवंत सिंह, हर अफसर से लेकर हर बड़े नेता तक अपनी आवाज बुलंद कर चूका जसवंत सिंह अब मायूस हो चूका है, क्योकि उसकी कहीं भी कोई सुनवाई नही हुई, जिस के कारण वह सारे देश के बी.जे.पी. के हर मंत्री और सांसदों के घर के बाहर एक दिन की भूख-हड़ताल पर बैठने का फैसला शुरू कर दिया है 
      अमृतसर का रहने वाला जसवंत सिंह, जो कि अमृतसर के सांसंद नवजोत सिंह सिद्धू के घर के बाहर आपने इन्साफ के लिए एक दिन की भूख हड़ताल पर बैठा है, दरअसल जसवंत सिंह पंजाब पुलिस में 1988 से काम कर रहा था और  4-7-2007 को पुलिस से रीजाइन कर दिया था, क्योंकि प्रकाश सिंह बादल जिन्होंने जगजीत सिंह चौहान जो अपने आप को खालिस्तान का राष्ट्रपति कहता था और पंजाब में 15 साल तक खून की होली खेलता रहा, उसे श्रद्धांजली देकर उसे शहीद घोषित करना चाहा और इसी के चलते उन्होंने अपनी नौकरी से रीजाइन कर दिया, पुलिस द्वारा नाजायज तौर पर हिरासत में लेकर उस पर जबरन टौरचर किया गया और उस पर झूठा मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया, उधर सराय अमानत खां में रंजिशन सब-इंस्पेक्टर दिलबाग सिंह ने जसवंत सिंह के खिलाफ एक झूठा मामला दायर कर दिया, जिसमे उन्होंने खुद ही हथियार गायब किये थे और उन्हें गिरफ्तार कर जेल भी भेजा गया, उस मामले की जांच ह्यूमन राइट्स ने की और दिलबाग सिंह द्वारा उस पर दायर किया गया, वह केस झूठा साबित हुआ, उसके बाद इन्साफ के लिए उन्होंने अमृतसर से बी,जे,पी सांसद नवजोत सिंह सिद्धू और कई बी,जे,पी के आला नेताओ से इन्साफ की गुहार भी लगायी, लेकिन उसे अभी तक इन्साफ नहीं मिला, सिद्धू ने उनसे 30 दिन का समय माँगा था, लेकिन अब 6 महीने बीत जाने के बाद भी उनकी सुनवाई नहीं हुई और जिनके कारण बी,जे,पी आंतकवाद के खिलाफ लड़ने वाली देश की अकेली पार्टी होने के कारण अमृतसर के बी,जे,पी सांसद नवजोत सिंह सिद्धू के घर के बाहर बैठ कर अपनी एक दिन की भूख-हड़ताल की शुरुआत की, जब अमृतसर के बी,जे,पी सांसद नवजोत सिंह सिद्धू आपनी गाडी में बैठ कर आपने घर से बाहर निकले तो देखा कि जसवंत सिंह भूख हड़ताल पर बैठे है, जसवंत सिंह ने उठ कर ने सांसद नवजोत सिंह सिद्धू को आपने इन्साफ के लिए जानकारी दी, लेकिन सांसद नवजोत सिंह सिद्धू ने जसवंत सिंह के इन्साफ की बात न सुनते हुए उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी बादल साहिब की सहयोगी पार्टी है, जैसे बादल साहिब कहे गे, हमारी पार्टी वैसे ही करे गी और वह गाड़ी में बैठे हुए चलते बने
       उधर अमृतसर के सांसंद नवजोत सिंह सिद्धू के घर के बाहर आपने इन्साफ के लिए एक दिन की भूख हड़ताल पर बैठे जसवंत सिंह ने आपने इन्साफ के बारे जानकारी देते हुए बताया, कि पंजाब सरकार से आज यह सवाल करते है, कि क्या पुलिस की लड़ाई आतंकवादियों के खिलाफ गलत थी, या फिर आतंकवादियों  को इस तरह देश भगत कहना कितना सही है, जब आज मै नवजोत सिंह सिद्धू से मिला  तो वह कुछ न सुने बिना चलते बने, लेकिन यह फर्यादी आज भी इन्साफ की गुहार लगा रहा है और मांग रहा है, कि मेरा कसूर क्या है , बी,जे,पी आंतकवाद के खिलाफ लड़ने वाली देश की अकेली पार्टी होने के नाते सारे देश के बी,जे,पी नेताओ के घर के बाहर एक दिन की भूख-हड़ताल करुगा और अगर फिर भी मुझे इन्साफ नहीं मिला, तो मै दिल्ली में जा कर बी,जे,पी के अल्ला नेताओं के घर के बाहर भूख हड़ताल और उसके खिलाफ धरना दूगा. 

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