Monday, July 12, 2010

बात अनंत सेवाश्रम की

यह था एक संदेश जो मुझे आज शाम सात बजे के बाद मिला. करीब पौने आठ बजे जब मैंने अपनी मेल चैक कि तो नए संदेशों में एक संदेश विजय अनंत की तरफ से भी था.पंचकूला में रह कर जनसेवा में जुटे हुए विजय अनंत सेवा आश्रम से जुड़े हुए हैं जो ज़रूरतमंद लोगों की भोजन, कपड़े और दवा-दारू जैसी सभी आवश्यकताएं पूरी करता है.इसके साथ ही इन लोगों को निशुल्क शिक्षा और सब से बढ़ कर मन की शान्ति भी प्रदान करता है. विजय जी के संदेश मुझे अक्सर मिलते हैं और कई बार तो इतने अस्र्दायिक की अपना प्रभाव तुरंत दिखाते हैं. मन की चिंता, निराशा और कमजोरी को पलों में ही उड़ा देते हैं. आज जो संदेश मैंने देखा उसमें लिखा था:कायरता एक प्रकार की कमजोर दिली है । यह एक प्रकार का भय है। एक कायर व्यक्ति जन-क्रियाओं और किसी भी साहसिक कार्य के लिये योग्य नहीं होता। वह अपनी जिन्दगी मे कभी भी सफल व्यक्ति नही बन सकता। वह अपने बडों से कभी भी निडरता से बात नही कर सकता। वह अपने ग्राहकों से भी निडरता से बात नहीं कर सकता। वह जनता के विचारों से डरता है। इससे उसकी उन्नति रुकती है और सफलता मे बाधा आती है। कायरता को साहस विकसित करके ही दूर किया जा सकता है। इसके साथ ही इसका अंग्रेजी मूल भी था. गौरतलब है की यह संदेश अक्सर अंग्रेजी भाषा में होते हैं पर यह अंग्रेजी बहुत ही आसानी से समझ में आती है.सीधे साधे आम बोलचाल की भाषा में प्रयोग होने वाले शब्दों में.आप चाहें तो विजय अनंत के इन कार्यों को यहां क्लिक करके भी देख सकते हैं. अगर आप चाहें तो उनसे मोबाइल नम्बर +91  98159  00159 पर सम्पर्क भी कर सकते हैं. अनंत सेवाश्रम के बारे में जानने के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं और देख सकते हैं इस तरह के बहुत से संदेश जो आपको एक नया उत्साह, नयी प्रेरणा और नयी ऊर्जा देंगें. --रेक्टर कथूरिया   

3 comments:

Jandunia said...

शानदार पोस्ट

Udan Tashtari said...

आभार जानकारी का.

डॉ रजनी मल्होत्रा नैय्यर (लारा) said...

bahut achha laga, is jankari ka dhnyvaad .