Saturday, June 05, 2010

अमेरिकन कम्यूनिस्ट पार्टी का 29 वां सम्मेलन सम्पन्न



अमेरिकन कम्यूनिस्ट पार्टी का 29 वां राष्ट्रीय सम्मेलन अपने पारम्परिक जोशो खरोश और उत्साह के साथ समाप्त हो गया. 90 वर्षों के लम्बे संघर्ष से भविष्य के लिए एक नयी ऊर्जा लेते हुए इस बात का संकल्प एक बार फिर दोहराया गया कि कम्यूनिस्ट पार्टी और यंग  कम्यूनिस्ट लीग को और अधिक मजबूत करने के साथ साथ लोकतांत्रिक संघर्षों के दायरे को भी व्यापक किया जाएगा.  इस अवसर पर ढोल पे डगा भी लग रहा था और बैग पाईपर से निकल रही धुनें भी क्रान्ति के गीतों को और बुलंद कर रहीं थीं. इस यादगारी आयोजन में बढ़ चढ़ कर शामिल होने वालों में जहां 60 फ़ीसदी डेलिगेट्स श्रमिक वर्ग से संबंधित थे तो वहीँ पर 20 प्रतिशत ऐसे भी थे जो कि प्रथम बार इस संमेलन में भाग ले रहे थे. यह दर यंग कम्यूनिस्ट लीग एक नया उत्साह और ख़ुशी दे रही थी क्यूंकि यह किसी उपलब्धि से कम नहीं था. 
पार्टी के राष्ट्रीय चेयरमैन सिम वैबस ने अपने उदघाटनी भाषण में इस बात पर जोर दिया कि श्रमिक वर्ग से एकजुट्त्ता को और मज़बूत करके ही उन उपलब्धियों की रक्षा की जा सकेगी. जो 2008 में प्राप्त की गयीं थीं. सिम ने उन कुचालों को भी करारी हर देने को कहा जो नवम्बर में आ रहे मध्कालीन चुनावों में एक बार फिर मज़बूत होने की फिराक में हैं. उन्होंने आर्थिक संकट और नौकरियों के लिए संघर्ष और तेज़ करने की बात भी कही. आप इस विषय पर पूरी रिपोर्ट पढ़ सकते हैं यहां क्लिक करके.    --रेक्टर कथूरिया 

1 comment:

Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून said...

90 साल में अमरीका का कुछ नहीं बिगाड़ सके !