Tuesday, April 27, 2010

विशेष वार्ता भोज

यह छोटा सा आयोजन न तो अलकायदा का है और न ही माओवादियों का. जंगल में यह भोज चल रहा है अफगानिस्तान के एक इलाके लोगर में. दो पश्तो शब्दों "लोय" और "घर" को मिलाकर बना यह नाम लोगर बहुत ही अर्थपूर्ण है. लोय का अर्थ बताया गया है "महान" और घर का अर्थ कहा गया है "पहाड़" इन दोनों को मिलाएं तो बनता है महान पर्वत. वैसे लोगर एक दरिया है जो पहाड़ियों के बीचो बीच चलता है और इस इलाके की शान कहा जा सकता है. लोगर के गांव कोपाक में यह आयोजन बहुत ही प्रेम से हुआ. इसमें अमरीकी सैनिकों और अफगान नैशनल आर्मी के जवानों ने बहुत ही उत्साह से भाग लिया.हाल ही में 22 अप्रैल 2010  को हुई इस इस विशेष बैठक के आयोजन का मकसद था इस इलाके के बड़े बुजुर्गों से मिल कर विकास कार्यों की चर्चा करना और उन पर उनकी राये लेना. भोज के इन यादगारी पलों को अमेरिकी रक्षा विभाग के लिए कैमरे में उतारा Sgt. Russell Gilchrest  ने.    --रैक्टर कथूरिया    

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